Wednesday, September 18, 2024

स्वपन का नूपुर समर्थन औरज्

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पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी के आरोप में भाजपा ने नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को पार्टी से निकाल दिया और अरब देशों का गुस्सा ठंडा करने के लिए सर्वधर्म समभाव में विश्वास करने का एक बयान भी जारी कर दिया। लेकिन ऐसा लग रहा है कि भाजपा की कार्रवाई चुनिंदा है। भाजपा ने पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। ध्यान रहे नूपुर शर्मा ने टेलीविजन चैनल पर बहस के दौरान 27 मई को विवादित टिप्पणी की थी। उसके बाद से ही उनका विरोध चल रहा है। जब उनका विरोध शुरू हुआ तो सबसे पहले उनके समर्थन में स्वपन दासगुप्ता आए थे। उन्होंने 28 मई को ट्विट करके कहा कि वे नूपुर शर्मा का समर्थन करते हैं और उनके साथ खड़े हैं।
सोचें, स्वपन दासगुप्ता पार्टी के सिर्फ एक नेता या एक पूर्व सांसद नहीं हैं।

वे पार्टी विचारकों में से एक हैं। जब उन्होंने नूपुर शर्मा का समर्थन किया और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो इससे अपने आप स्पष्ट है कि अगर अरब देश विरोध नहीं करते तो पार्टी नूपुर शर्मा के बयान से कोई दिक्कत नहीं थी। लेकिन अरब देशों ने बहुत जोरदार विरोध कर दिया इसलिए कार्रवाई करनी पड़ी। तभी कार्रवाई के साथ ही डैमेज कंट्रोल भी शुरू हो गया है। सरकार के समर्थक कुछ मशहूर हस्तियों को सक्रिय कर दिया गया है कि वे इस मसले पर नूपुर शर्मा का बचाव करें। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने आगे बढ़ कर नूपुर शर्मा का समर्थन किया है और कहा है कि वे उनकी बातों से सहमत हैं। इससे आम लोगों को यह मैसेज दिया जा रहा है कि पार्टी की कार्रवाई ऊपरी है और उसे बहुत गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। चूंकि नूपुर शर्मा ने बयान पर माफी मांग ली है इसलिए उनका निलंबन भी ज्यादा लंबा नहीं चलने वाला है।

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