Saturday, July 27, 2024

दिल्ली-एनसीआर में 5.8 रेक्टर स्केल का भूकंप, गुरुग्राम, फरीदाबाद में भी महसूस हुआ झटका

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दिल्ली-एनसीआर में शनिवार रात 9:34 बजे के करीब भूकंप के झटके महसूस किए गए। इन झटकों का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश पर्वत में था, जहां इसकी तीव्रता 5.8 रेक्टर स्केल पर निर्धारित की गई। इसके परिणामस्वरूप, यह झटका दिल्ली के साथ-साथ फरीदाबाद, गुरुग्राम, जम्मू-कश्मीर, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के कुछ क्षेत्रों में अनुभवित हुआ। जबकि इस घबराहट के बावजूद, अब तक किसी भी प्रकार के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है। इस भूकंप के दौरान लोगों ने अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की तरफ रुख किया। इसके साथ ही, उन्होंने घबराहट के बावजूद ठीक तरीके से प्राथमिक उपायों की तैयारियाँ की।

आखिर क्यों आता है भूकंप?
भूकंप जब भूमि की ऊपरी परत में तेजी से गति से विचलितता होती है, तो विकिरण तथा ऊर्जा के द्वारा उत्पन्न होने वाले झटकों का परिणाम होता है। यह झटके भूमि के भीतरी शिलाजाती परतों के संरचनात्मक बदलावों की वजह से होते हैं, जिनमें तेजी से उपचयन और सगरोम संरचनाओं की फिसलन शामिल हो सकती है।

मुख्य भूकंप कारणों में से कुछ हैं:
1. समंदरी तल पर चुपके से घबराना (Subduction Zone Earthquakes):जब दो टेक्टोनिक प्लेट्स (भूमिका की परतें) एक दूसरे के नीचे प्रवृत्त होते हैं, तो उनके बीच दबाव बढ़ता है और यह भूकंप का कारण बनता है।


2. खंडित टेक्टोनिक प्लेट्स (Transform Faults):जब दो टेक्टोनिक प्लेट्स एक दूसरे के साथ संतुलन खोते हैं, तो विचलितता उत्पन्न होती है जो भूकंप का कारण बन सकती है।


3. ज्वालामुखी क्रियाएँ (Volcanic Activity):जब किसी ज्वालामुखी से लवा निकलता है और वह थंडा होते हुए जम जाता है, तो इससे भूकंप की उत्पत्ति हो सकती है।


4. मिंच (Faulting): जब कोई भूभाग अचानक खिसक जाता है और डिस्प्लेसमेंट होता है, तो यह भूकंप का कारण बन सकता है।


5. अचानक सामर्थ्य में विशिष्ट बदलाव (Catastrophic Changes in Strength):** कभी-कभी भूमि के अंदर अचानक तापमान और दबाव के परिवर्तन के कारण भूकंप हो सकते हैं।

ये कारण अलग-अलग तरीकों से भूकंप को उत्पन्न करते हैं, जिससे भूमि की ऊपरी परत में तबादला होता है और झटकों की शक्ति पैदा होती है।

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