पहाड़ों की रानी मसूरी में एकमात्र सरकारी अस्पताल डॉक्टरों की भारी कमीज को से जूझ रहा है। इस वजह से मसूरी और आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मसूरी उप जिला चिकित्सालय में 23 डॉक्टरों की नियुक्ति हो रखी है। इसके बावजूद चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी है।
दरअसल मसूरी जिला चिकित्सालय में 23 डॉक्टर में से 8 डॉक्टर पीजी करने के लिए गए हुए हैं। तीन डॉक्टरों को देहरादून अटैच किया है। कुछ डॉक्टर छुट्टी पर चल रहे हैं। ऐसे में अस्पताल में मात्र 5 से 6 डॉक्टर ही कार्य कर रहे हैं। इससे मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में मसूरी उप जिला चिकित्सालय से ऑर्थो सर्जन डॉक्टर अरविंद राणा को भी सचिव स्वास्थ्य द्वारा विकासनगर अटैच कर दिया गया है। इससे मसूरी में हड्डी से संबंधित रोगियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भी नियुक्ति नहीं हो रखी है। इस कारण ऑपरेशन थिएटर में स्वच्छा के साथ साफ सफाई में खासी परेशानी हो रही है। मसूरी के एकमात्र सरकारी अस्पताल उप जिला चिकित्सालय पर मसूरी और आसपास के दर्जनों गांवों के लोग स्वास्थ्य लाभ के लिए निर्भर रहते हैं। इसके बावजूद अस्पताल को संचालित किये जाने में खासी दिक्कतें हो रही हैं। लोगों को हो रही परेशानी के बावजूद ना तो इस ओर स्वास्थ्य विभाग और ना ही स्थानीय प्रशासन के साथ क्षेत्रीय विधायक का ध्यान है। इससे लोगों में आक्रोश है।