Saturday, July 27, 2024

ओमिक्रॉन का खतरा : बिना सरकारी फरमान के लोगों ने गांव में लगाया स्वेच्छा से लॉकडाउन

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हैदराबाद। ओमिक्रॉन के मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं। 300 के करीब पहुंच चुका संक्रमित मरीजों का आंकड़ा अभी भी फुल स्पीड में बढ़ रहा है। तेलंगाना में भी ओमिक्रॉन मरीजों की संख्या 38 हो गई है। इस बीच तेलंगाना के ही एक गांव ने ओमिक्रॉन खतरे के बीच स्वेच्छा से लॉकडाउन लगा दिया है। यह कोई सरकारी फरमान नहीं है, लेकिन गांव की ग्राम पंचायत ने सावधानी बरतते हुए ये फैसला लिया है।

जानकारी दी गई है कि हाल ही में Gudem गांव में एक शख्स खाड़ी देश से लौटा था। उसकी रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई थी। बाद में बताया गया कि शख्स ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित है। इस वजह से अधिकारियों ने गांव में पहुंचकर 64 लोगों के सैंपल इकट्ठे किए हैं। ये सभी वो लोग हैं जो सीधे तौर पर संक्रमित मरीज से जुड़े हुए थे। अभी के लिए संक्रमित की मां भी कोविड पॉजिटिव आई हैं, लेकिन उन्हें ओमिक्रॉन है या नहीं, ये अभी नहीं पता चला है। लेकिन क्योंकि ओमिक्रॉन दूसरे वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है, ऐसे में गांव की ग्राम पंचायत ने 10 दिन का लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। अब दस दिनों तक सभी गांव वालों को घर की चहारदीवारी में ही रहना होगा। वैसे गांव में तो लॉकडाउन लग गया है लेकिन पूरे तेलंगाना में भी ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ने शुरू हो गए हैं। आज मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिला है और कुल 14 ओमिक्रॉन संक्रमित सामने आ गए हैं।

देश के ओमिक्रॉन मीटर की बात करें तो अभी तक 287 मामले सामने आ चुके हैं। कल कोरोना मामलों में भी उछाल देखने को मिला था और 400 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। एक्सपर्ट चेतावनी दे रहे हैं कि जनवरी में मामलें ज्यादा बढ़ सकते हैं और फरवरी में तीसरी लहर का खतरा भी देखने को मिल रहा है।

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