रानीगंज. पश्चिम बंगाल की राजनीति में इन दिनों का काफी घमासान मचा हुआ है. एक बार फिर टीएमसी और भाजपा आमने-सामने हैं. भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है. प्रदेश भाजपा ने अपने दिग्गज नेताओं के नेतृत्व में नबान्न अभियान को शुरू कर दिया है. जिसमें सभी कार्यकर्ता राज्य सचिवालय नबान्न की ओर मार्च निकाल रहे हैं. इस बीच खबर है कि रानीगंज रेलवे स्टेशन के बाहर आज यानी मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झड़प हो गई है. रानीगंज में पुलिस ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं को एहतियातन हिरासत में लिया है.
ANI की एक रिपोर्ट के अनुसार इसके अलावा बोलपुर रेलवे स्टेशन के अंदर भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई है. यहां भी पुलिस ने कार्यकर्ताओं को नबान्न चलो मार्च में भाग लेने के लिए कोलकाता जाने से रोका था. बोलपुर में भी कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है.
Nabanna Abhiyan: Clash between BJP workers, police in Raniganj, Bolpur in WB; several detained
Read @ANI Story | https://t.co/QgJREvJSSI#NabannaAbhiyan #WestBengal #BJP pic.twitter.com/qeDwSt5Ifj
— ANI Digital (@ani_digital) September 13, 2022
भाजपा नेता अभिजीत दत्ता ने कहा कि सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता ट्रेनों से भाजपा के नबान्न मार्च में शामिल होने के लिए कोलकाता की ओर बढ़ रहे हैं. पुलिस ने रेलवे स्टेशनों के रास्तों पर बैरिकेडिंग की है. हमारे 20 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दुर्गापुर रेलवे स्टेशन के पास रोका. मैं अन्य रास्तों का उपयोग करके यहां पहुंचा हूं.
इस बीच भाजपा के नबान्न अभियान को रोकने के लिए पुलिस ने जवानों की भारी तैनाती की है. जुलूस को रोकने के लिए कोलकाता की सीमाओं को कड़ी सुरक्षा के बीच बंद कर दिया गया है. कोलकाता की कई सड़कों को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया है. जुलूस को रोकने के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस ने नबान्न के आसपास के 5 किलोमीटर के दायरे को किले में बदल दिया है.
भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने सोमवार को कहा था कि नबान्न चलो अभियान की तैयारियां कर ली गई हैं. यह सिर्फ भाजपा का विरोध नहीं है, बल्कि बंगाल के सभी लोगों का विरोध है. ममता बनर्जी को जवाब देना होगा कि उनकी सरकार ने बंगाल के लोगों को धोखा क्यों दिया है.