नई दिल्ली। बिहार में राजनीतिक घमासान जारी है, राजद-कांग्रेस समेत 7 पार्टियों के सहयोग से आज नीतीश कुमार 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इधर शपथ ग्रहण की तैयारियां चल रही हैं और उधर प्रदेशभर में भाजपाई विश्वासघात दिवस मना रहे हैं। भाजपा लगातार इसे जनादेश का अपमान बता रही है। भाजपा नेताओं ने पटना में जबरदस्त तरीके से विरोध प्रदर्शन किया है। भाजपा के विरोध प्रदर्शन में केंद्रीय और राज्य के नेता शामिल हुए हैं। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय ने कहा कि 1974 के आंदोलन (बिहार आंदोलन) में, युवाओं ने बलिदान दिया था और आज नीतीश कुमार ने कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन करके उनके खून को धोखा दिया। उन्होंने सवाल किया कि 15 साल लंबे आतंक और अराजकता से समझौता करने का क्या मतलब है? नित्यानंद राय ने आगे कहा कि राजद और तेजस्वी यादव के साथ जाना बिहार की जनता और जनादेश, लोहिया-जेपी-जॉर्ज की विचारधाराओं के साथ विश्वासघात है। कांग्रेस-राजद के साथ जाना साबित करता है कि नीतीश कुमार सत्ता में रहने के लिए सब कुछ करते हैं। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि हम नीति और नियत के साथ चलते हैं, इनके मन में महत्वाकांक्षा सिर पर नाचने लगी। कुछ बहाना तो चाहिए…अगर हमें खत्म करना होता तो 43(JDU विधानसभा सीटें) और 74(भाजपा विधानसभा सीटें) की कोई तुलना थी क्या? भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने सवाल किया कि भ्रष्टाचार के गोद में नीतीश जी फिर से चले गए।