Saturday, July 27, 2024

तेजस्वी ने कही विपक्ष दल के एकता की बात, किया जायेगा बिहार के फॉर्मूले का इस्तेमाल

- Advertisement -spot_imgspot_imgspot_img

दिल्ली. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने देश में विपक्षी एकता को साथ लाने को लेकर बड़ी बात कही है. तेजस्वी ने कहा कि विपक्षी दलों को जिस तरह बिहार में एक साथ लाया गया, उसी तरह देश की सभी विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर लाने के लिए बिहार के फॉर्मूले का इस्तेमाल किया जाएगा और यह मुहिम कारगर साबित होगी. नीतीश कुमार और लालू प्रसाद जी विपक्षी दलों को लामबंद करने के प्रयास में लगे हैं. बिहार में एक पार्टी को छोड़कर सभी पार्टियां गोलबंद हो गई.

वहीं तेजस्वी यादव ने ममता बनर्जी, लेफ्ट, अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस को एक साथ एक मंच पर लाने को लेकर कहा कि अगर हम एक होते हैं तो हमारा देश, देश का संविधान, लोकतंत्र बचेगा. सबको यही सोचना है देश के लोकतंत्र भाईचारे और संविधान को बचाना है तो हम सब लोगों को अपने- अपने ईगो को छोड़कर एक होना पड़ेगा.

नीतीश कुमार और लालू यादव की भूमिका को बताया अहम
सीएम नीतीश कुमार के 2024 में पीएम उम्मीदवारी पर तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने स्पष्ट कर दिया है कि हमारी जिम्मेदारी सब को एकजुट करना है. तेजस्वी ने कहा कि उनकी (नीतीश कुमार) कोई लालसा नहीं है कि वह प्रधानमंत्री के उम्मीदवार बनें. उनका काम है जो संप्रदायिक ताकते हैं उनको कैसे हराए जाए. वहीं लालू प्रसाद यादव की भूमिका पर तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी भूमिका शुरू से रही है. उन्होंने 2014 में ही कह दिया था देश एक रहेगा या नहीं ये जनता को तय करना होगा. आज देखिए देश का क्या हाल है उनकी बात सही साबित हो रही है. देश के हालात बिगड़ रहे हैं. आरएसएस का एजेंडा लागू किया जा रहा है. इसलिए लामबंद करने की कोशिश है. लालू जी हमेशा मजबूती के साथ लड़ते रहेंगे.

राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव पर कहा- हमको कोई लालसा नहीं

तेजस्वी यादव ने आरजेडी के 9 अक्टूबर को होने वाले नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव पर कहा कि इस बार दिल्ली में खुला अधिवेशन होगा. हम इसके लिए पार्टी के लोगों से मुलाकात कर रहे हैं. तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. यह सारे काम हो रहे हैं. अभी संगठन चुनाव चल रहे हैं फिर प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा. हमको कोई लालसा नहीं है. हमको जो जिम्मेदारी लालू जी ने दिया है, बिहार के आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने दिया है और नेताओं-पदाधिकारियों ने दिया है.

उसको हम निभा रहे हैं. हम लोगों से खुशनसीब ज्यादा कौन हो सकता है इतने बड़े मास लीडर हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. इससे बड़ी खुशी की बात कुछ नहीं है

ताजा खबरे